Pawan Singh: बॉलीवुड और भोजपुरी इंडस्ट्री की चमक-दमक भरी दुनिया में कभी-कभी निजी जीवन के विवाद भी सार्वजनिक रूप ले लेते हैं। ऐसा ही मामला सामने आया है भोजपुरी अभिनेता Pawan Singh Wife Controversy के तहत, जिनकी शादी 2018 में हुई थी। पिछले कुछ महीनों से उनके बीच संबंध तनावपूर्ण बताए जा रहे थे, और अब यह विवाद मीडिया के सामने खुलकर सामने आ गया है।
Jyoti Singh की गंभीर शिकायतें
मुंबई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी शादी के दौरान न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। सबसे चौंकाने वाला आरोप यह है कि पवन सिंह ने उन्हें बार-बार गर्भपात की दवाइयां देने के लिए मजबूर किया।
ज्योति ने मीडिया को बताया, “उन्होंने मुझे गर्भपात की गोलियां दीं। वह कहते थे कि उन्हें बच्चा चाहिए, लेकिन जो व्यक्ति सच में बच्चा चाहता है वह अपनी पत्नी को दवाइयां कैसे देता है?” उन्होंने यह भी साझा किया कि जब उन्होंने विरोध किया, तो उन्हें इतना प्रताड़ित किया गया कि उन्होंने रात के 2 बजे 25 स्लीपिंग पिल्स खा ली।
ज्योति ने एक दर्दनाक घटना को याद करते हुए कहा कि पिल्स लेने के बाद उन्हें रात में अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया, “उस समय उनके भाई रानू भैया, दीपक भैया और टीम के विक्की जी मुझे अंधेरी के Bellevue मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल ले गए।”
Pawan Singh का बयान
संध्या के समय पवन सिंह ने प्रेस से बात करते हुए ज्योति के आरोपों को भ्रामक और बढ़ा-चढ़ा कर बताया। उन्होंने कहा कि ज्योति सिंह ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था कि वह लखनऊ उनसे मिलने आ रही हैं। उन्हें उनकी मंशा का पता था और उन्होंने प्रशासन को इसकी जानकारी दी थी।
पवन ने यह भी कहा कि ज्योति ने तब तक उनके घर से जाने से इंकार कर दिया जब तक तलाक की प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती। उन्होंने बताया, “मैंने पूछा कि क्या एक ही छत के नीचे रहते हुए केस लड़ना संभव है? मैंने स्टाफ से कहा कि वह खाना तैयार करें जो उसे पसंद हो और मैं मीटिंग के लिए चला गया, जबकि मेरा भाई उनसे बात कर रहा था।”
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जनता उनके लिए भगवान है और उन्होंने कभी भी अपने समर्थकों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई। पवन ने ज्योति के हालिया समाज में आगमन का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने उनका सम्मानपूर्वक स्वागत किया और लगभग डेढ़ घंटे तक बातचीत की।
मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया
इस विवाद ने न केवल मीडिया का ध्यान खींचा है, बल्कि जनता के बीच भी मिश्रित प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। कुछ लोग ज्योति की स्थिति के प्रति सहानुभूति जता रहे हैं, वहीं कई पवन सिंह के पक्ष में हैं। इस मामले ने निजी जीवन और सार्वजनिक छवि के बीच की जटिलताओं को फिर से उजागर किया है।
विशेष रूप से यह ध्यान रखना जरूरी है कि ऐसे मामले अक्सर कानूनी प्रक्रियाओं के अंतर्गत आते हैं और मीडिया में आने वाले आरोप-प्रत्यारोप केवल एक पक्ष की कहानी को दर्शाते हैं। पवन सिंह ने पुलिस की मौजूदगी को भी स्पष्ट करते हुए कहा कि अधिकारियों को उन्होंने नहीं बुलाया, बल्कि सुबह से अधिकारी वहां निगरानी के लिए मौजूद थे।
Pawan Singh Wife Controversy यह दिखाता है कि सार्वजनिक जीवन में भी निजी संबंधों की जटिलताएं और संघर्ष कैसे सामने आते हैं। दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी बातें पेश कर रहे हैं और सत्य को जानने के लिए कानूनी प्रक्रिया के परिणाम का इंतजार करना होगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल मीडिया रिपोर्ट्स और प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिए गए बयानों के आधार पर लिखा गया है। इसमें व्यक्त की गई सभी बातें संबंधित व्यक्तियों के निजी दृष्टिकोण को दर्शाती हैं और इस पर कानूनी राय या निष्कर्ष नहीं लगाया गया है।