ई स्पोर्ट्स योजना मनोरंजन बिजनेस

नई GST लागू होने के बाद सीमेंट, सरिया और बालू के दामों में आई गिरावट अब साकार होगा अपना घर बनाने का सपना

On: October 14, 2025 10:13 PM
Follow Us:
नई GST लागू होने के बाद सीमेंट, सरिया और बालू के दामों में आई गिरावट अब साकार होगा अपना घर बनाने का सपना

GST: हर भारतीय का सपना होता है कि उसके सिर पर उसका खुद का घर हो। prices of cement लेकिन पिछले कुछ सालों में निर्माण सामग्री जैसे सीमेंट, सरिया और बालू के दामों में लगातार बढ़ोतरी ने इस सपने को महंगा और मुश्किल बना दिया था। आम आदमी के लिए घर बनाना अब एक सपना भर रह गया था। हालांकि अब हालात बदलते नजर आ रहे हैं। नई GST व्यवस्था लागू होने के बाद बाजार में निर्माण सामग्री की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है, जिससे आम जनता को बड़ी राहत मिली है। यही वजह है कि आजकल हर जगह prices of cement, सरिया और रेत में आई कमी की चर्चा हो रही है।

रेत की कीमतों में आई गिरावट राहत की सांस

नई GST लागू होने के बाद सीमेंट, सरिया और बालू के दामों में आई गिरावट अब साकार होगा अपना घर बनाने का सपना

GST निर्माण में रेत की भूमिका सबसे अहम होती है। चाहे नींव डालनी हो, दीवारें बनानी हों या प्लास्टरिंग करनी हो, रेत हर जगह जरूरी होती है। पहले जहां एक ट्रॉली रेत 4500 रुपये या उससे भी अधिक में मिलती थी, वहीं अब वही ट्रॉली 3800 रुपये के आसपास उपलब्ध है। यह लगभग 700 रुपये प्रति ट्रॉली की बचत है, जो बड़े निर्माण कार्यों में हजारों रुपये की राहत में बदल जाती है।

इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं। सरकार ने वैध खदानों से रेत की आपूर्ति बढ़ाने के लिए प्रयास किए हैं, साथ ही कृत्रिम रेत (एम-सैंड) के उत्पादन में भी वृद्धि की है। बारिश खत्म होने के बाद खनन गतिविधियाँ फिर से तेज हुई हैं, जिससे आपूर्ति सामान्य हो गई है और बाजार में स्थिरता आई है।

सरिया के दामों में नरमी निर्माण हुआ सस्ता

GST इमारत की मजबूती सरिया पर निर्भर करती है। बीते महीनों में सरिया के दामों में तेज उछाल देखा गया था, लेकिन अब कीमतें घट रही हैं। वर्तमान में सरिया के दाम 3 से 4 रुपये प्रति किलो तक कम हुए हैं। यह मामूली लगने वाली गिरावट भी बड़े प्रोजेक्ट्स में हजारों रुपये की बचत करवा सकती है।

GST बाजार में टाटा टीएमटी, जिंदल पैंथर, कामधेनु और श्याम स्टील जैसे ब्रांड्स की कीमतें स्थिर हैं। उदाहरण के लिए, टाटा टीएमटी 72 से 75 रुपये प्रति किलो, जिंदल पैंथर 70 से 73 रुपये प्रति किलो और कामधेनु 68 से 71 रुपये प्रति किलो में मिल रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में इन दामों में और स्थिरता देखने को मिल सकती है, जिससे यह खरीदारी के लिए उपयुक्त समय साबित हो सकता है।

सीमेंट के दामों में राहत prices of cement पर आई स्थिरता

सीमेंट किसी भी निर्माण कार्य का सबसे महत्वपूर्ण घटक होता है। जीएसटी में राहत और उत्पादन में बढ़ोतरी के चलते अब prices of cement में भी उल्लेखनीय गिरावट आई है। पहले जहां एक बैग सीमेंट 380 रुपये में मिलता था, वहीं अब यह घटकर लगभग 350 रुपये तक आ गया है। यानी हर 200 बैग पर लगभग 6000 रुपये की सीधी बचत।

GST अल्ट्राटेक, अंबुजा, एसीसी, डालमिया और बंगुर जैसे ब्रांड्स ने अपने दामों में कमी की है। अल्ट्राटेक का बैग 360–380 रुपये, अंबुजा 350–370 रुपये और एसीसी 345–365 रुपये में मिल रहा है। गुणवत्ता और कीमत दोनों में यह संतुलन उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। आने वाले महीनों में बाजार में prices of cement और स्थिर रहने की संभावना है, जिससे घर बनाना पहले से कहीं आसान हो जाएगा।

मजदूरी और परिवहन की लागत में मामूली बढ़ोतरी

GST जहां सामग्री सस्ती हुई है, वहीं मजदूरी और परिवहन की लागत में थोड़ा इजाफा हुआ है। राजमिस्त्री अब 600–800 रुपये प्रतिदिन और मजदूर 400–500 रुपये प्रतिदिन पर काम कर रहे हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण सामग्री की ढुलाई महंगी हुई है। इसके बावजूद, कुल निर्माण लागत अब भी पहले से कम है क्योंकि सामग्री की कीमत कुल खर्च का लगभग 70 प्रतिशत होती है।

अगर निर्माण कार्य को सही योजना से किया जाए, जैसे कि थोक में सामग्री खरीदना, स्थानीय मजदूरों को प्राथमिकता देना और डिजिटल टूल्स का इस्तेमाल करना, तो लागत में और भी कमी लाई जा सकती है।

सरकार की नीतियों से मिला निर्माण क्षेत्र को बल

निर्माण सामग्री की कीमतों में यह कमी अचानक नहीं आई। इसके पीछे सरकार की नीतियां और योजनाएं हैं। केंद्र और राज्य सरकारों ने जीएसटी में राहत देने, नई खनन नीतियां लागू करने और उत्पादन बढ़ाने के लिए उद्योगों को प्रोत्साहित किया है। साथ ही अवैध खनन और कालाबाजारी पर सख्त निगरानी रखी जा रही है।

GST प्रधानमंत्री आवास योजना और राज्य स्तरीय हाउसिंग प्रोजेक्ट्स ने भी निर्माण सामग्री की स्थिर मांग बनाई है। उत्पादन बढ़ने से प्रति यूनिट लागत कम हुई है, और इसका फायदा आम उपभोक्ता तक पहुंच रहा है। इससे न केवल prices of cement बल्कि सरिया और रेत की कीमतों पर भी सकारात्मक असर पड़ा है।

घर बनाने वालों के लिए सही समय

नई GST लागू होने के बाद सीमेंट, सरिया और बालू के दामों में आई गिरावट अब साकार होगा अपना घर बनाने का सपना

अगर आप घर बनाने की सोच रहे हैं, तो यह सही समय है। सबसे पहले अपने बजट को तय करें और उसी के अनुसार काम शुरू करें। घटिया सामग्री के लालच में गुणवत्ता से समझौता न करें। हमेशा प्रमाणित ब्रांड्स की सामग्री लें।

थोक में खरीदने पर आपको अतिरिक्त छूट मिल सकती है, लेकिन खरीदारी से पहले दामों और डिलीवरी की पूरी जानकारी जरूर लें। एक अनुभवी इंजीनियर या आर्किटेक्ट की सलाह लेना फायदेमंद रहेगा क्योंकि वे आपको सही मात्रा और गुणवत्ता का अनुमान लगाने में मदद करेंगे।

निर्माण सामग्री की कीमतों में यह गिरावट उन लोगों के लिए सुनहरा अवसर है जो लंबे समय से अपने सपनों का घर बनाने की योजना टाल रहे थे। सही योजना, गुणवत्ता पर ध्यान और सरकारी रियायतों का लाभ उठाकर आप अपने घर का सपना अब बजट में साकार कर सकते हैं। आखिरकार, घर बनाना सिर्फ ईंट और सीमेंट का काम नहीं, बल्कि यह जीवनभर की मेहनत और भावनाओं का प्रतीक होता है।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य बाजार रिपोर्ट्स और उपलब्ध डेटा पर आधारित है। Prices of cement, सरिया और बालू क्षेत्रवार बदल सकते हैं। किसी भी खरीदारी या निवेश से पहले स्थानीय बाजार से ताज़ा जानकारी अवश्य प्राप्त करें।

Also Read

आज के सोने का भाव Gold Price 4 October: 24K and 22K सोने की कीमत जानें

Gold Price Today: दिवाली पर 24, 22 और 18 कैरेट सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट

Today का Mandi Bhav 2025: गेहूँ, चना, धान और सरसों के ताज़ा रेट यहाँ देखें

Anuj Prajapati

मैं A1 News24 डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का संस्थापक हूँ। A1 News24 पर हम आपको खेल, ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी, योजनाएँ, एंटरटेनमेंट और अन्य ट्रेंडिंग खबरों की सबसे ताज़ा जानकारी प्रदान करते हैं। मैंने A1 News24 को भरोसेमंद समाचार स्रोत और जानकारी का मंच बनाने के लिए तैयार किया है, ताकि विभिन्न दर्शक हमेशा सटीक और अपडेटेड जानकारी पा सकें।

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now